पावन अग्नि के फेरे लिए Posted By: Malti Mishra Leave a Reply हाथों में तेरा हाथ लिएपावन अग्नि के फेरे लिएकसमें खाईं संकल्प कियाहर सुख दुख तुमसे जोड़ लियाबचपन गुड़िया अरु सखियों सेमैंने सब नाते ... Categories: कविता Continue reading
शुभकामनाएँ Posted By: Malti Mishra Leave a Reply काम, क्रोध, मद,लोभ को, नष्ट करे यह आग ।दहन करो सब होलिका, दुर्व्यसनों को त्याग ।।होलिका दहन की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएँ 🙏मालती मिश्रा 'मयं... Categories: कविता दोहा Continue reading