आरक्षण बनाम योग्यता
रहने दो योग्यता को इस देश मे, ये विनती है सरकार से
प्रतिभाओं को मत काटो आरक्षण की तलवार से
वर्ना फिर से इतिहास खुद को दोहराएगा,
निर्धन ब्राह्मण इस देश का फिर...
ANTARDHWANI: अंतर्ध्वनि: अंतर्ध्वनि मेरे अंतर्मन की वो ध्वनि है जो मुझे दिन-प्रतिदिन कुछ नया करने को प्रेरित करती है तथा मुझे अपने-आप से जोड़े रखती है ा मेरी अंत...
अंतर्ध्वनि मेरे अंतर्मन की वो ध्वनि है जो मुझे दिन-प्रतिदिन कुछ नया करने को प्रेरित करती है तथा मुझे अपने-आप से जोड़े रखती है ा मेरी अंतर्ध्वनि ही है जो मुझे हिन्दी साहित्य से जोड़े हुए है और नित्य कुछ न कुछ ऐसा मेरे अंतर्मन मे जागृत करती है कि जिस हिन्दी से आज का समाज...
गुरु बनाम शिक्षक
वर्तमान समय मे शिक्षा का महत्व जितना बढ़ता जा रहा है, शिक्षक का उतना ही घटता जा रहा है ा आज न ही शिक्षक का वो सम्मान रहा और न ही समाज मे पहले जैसा स्थान, हालांकि...
युग निर्माता कौन..
शिक्षक तो है युग निर्माता
पर कहीं न वो पूजा जाता ा
कोटि-कोटि प्राणियों में,
शिक्षा की ज्योति जगाता है,
अंध मार्ग में इस जग के
ज्ञान का दीप जलाता है ा
एक युग रचना का रचनाकार,
नही चाहता युग पर अधिकार,
पर कहीं नही है जय-जयकार ा
जय है तो बस उस श्रेणी की,
जो...