मंगलवार

जिस प्रकार खरगोश से आसमान गिरने की खबर सुनकर जंगल के सभी जानवर उसके पीछे-पीछे भागने लगे वही हाल हमारे देश के बुद्धिजीवियों का भी है और मीडिया के तो कहने ही क्या..... कोई भी खबर मिली नहीं कि हमारे देश के बुद्धिजीवी बिना सोचे समझे अपनी कलम का जादू दिखाना शुरू कर देते हैं,...

बुधवार

हिंदी हमारी भाषा है.....

हिंदी हमारी भाषा है.....
हिंदी हमारी भाषा है  मेरी प्रथम अभिलाषा है, भारत देश के गरिमा की  यही परिष्कृत परिभाषा है। हिंदी हमारी भाषा है.. जिसको अपनी भाषा का  ज्ञान नहीं सम्मान नहीं, बेड़ियों में बँधी हुई उसकी हर प्रत्याशा है। हिंदी हमारी भाषा है.. पर भाषा पर संस्कृति से इसको कोई...

शुक्रवार

धार्मिक कानून और देश

धार्मिक कानून और देश
दरअसल हम अभी भी परदेशी ही हैं, सिर्फ किसी देश में पैदा हो जाने मात्र से हम उस देश के या वह देश हमारा नहीं हो जाता। जब तक हम देश को भली-भाँति जान नहीं लेते जब तक  उसकी संस्कृति उसकी शक्ति या दुर्बलता हमारे भीतर रच बस नहीं जाती तब तक हम उसके नही हो सकते। देश में बहुत...