मन मेरा माँ रहा पुकारआजा मैया मेरे द्वार।।दुर्भावों का कर संहारभर दे मैया ज्ञान अपार।।अँखियाँ तुझको रहीं निहारचाहूँ दर्शन बारंबार।।मुझ पर कर मैया उपकारसदा करूँ तेरा सत्कार।।कभी न छूटे तेरा आसतुझमें अटल रहे विश्वास।।मन मेरा तेरा आवासबस तेरी ममता की प्यास।।सदा...
आजा मैया मेरे द्वार

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कविता