समीक्षा
पुस्तक- साँसों के अनुबंध
कवयित्री- सारिका मुकेश
प्रकाशक- संजीव प्रकाशन, नई दिल्ली
समीक्षक- मालती मिश्रा 'मयंती'
नदी के शांत स्थिर जल में एक कंकड़ गिरने से हलचल हो उठती है और इसकी तरंगें स्थिर जल को दूर तक झंकृत कर देती हैं, ठीक उसी प्रकार संवेदनशील मानव...
समीक्षा- साँसों के अनुबंध
