शुक्रवार

मेरा अध्यापन काल

मेरा अध्यापन काल
 मुझे ऐसा महसूस हो रहा था जैसे मैं वर्षों की कैद से आज़ाद हो गई परंतु कोई ख़लिश सी भी है, मैं खुद ही समझ नहीं पा रही कि मुझे खुश होना चाहिए या उदास!! अपने मित्रों से दूर हुई हूँ। अभी कुछ समय पहले से तो उनसे तालमेल अच्छा बैठने लगा था और अभी ही उनसे हमेशा के लिए...