बुधवार

मोदी जी आप कैसे सोते हैं...

मोदी जी आप कैसे सोते हैं...
मोदी जी आप कैसे सोते हो वैसे तो जीवन के हर पल देश के नाम ही होते हैं फिरभी शत्रु आपके हर पल नई साजिशें रचते हैं देशभक्ति का चोला ओढ़े शत्रु की सरपरस्ती करते हैं हर दिन हर घड़ी आप चक्रव्यूह में घिरे होते हैं हे भारती तुम कैसे सोते हो.. जितना अधिक आप स्वयं को देश हित में...

शुक्रवार

शत-शत नमन वीर शहीदों को

शत-शत नमन वीर शहीदों को
🙏नमन वीर शहीदों को घर-संसार हुआ अंधेरा सूख गया दीयों का तेल उजड़ गई दुनिया अब उनकी खुशी-खुशी जो रहे थे खेल देख कर आँसू का समंदर अंबर भी थर्राया होगा ममता बहती जिस आँचल में मृत लाल कैसे समाया होगा लेकर के सपने आँखों में चाँद चौथ का देखा होगा मेंहदी भी न उतरी हाथों की उनसे...

कोई मुझे मेरा बचपन लौटा दो...

कोई मुझे मेरा बचपन लौटा दो...
तरक्की कहाँ से कहाँ लेके आई बेफिक्री वाली वो दुनिया भुलाई सबकुछ तो है पर सुकून खो गया है कोई फिर से मेरी वो बेफिक्री लौटा दो कोई मुझे मेरा बचपन लौटा दो वो चिकनी मिट्टी से पुता घर-आँगन लौटा दो कोई मुझे मेरा बचपन लौटा दो.. रोज बनाती हूँ नए आयाम भागती हूँ दौड़ती हूँ छूने...

मंगलवार

कर दूँ अर्पण

कर दूँ अर्पण
मेरे रोम-रोम में भारत है, हर धड़कन में जन गण मन। बना रहे सम्मान देश का, कर दूँ अर्पण तन-मन -धन। आँख उठाकर देखेगा जो, दुर्भावना धारण कर। नहीं देखने लायक होगा, फिर कुछ भी वह जीवन भर। वीर जवान हैं इसके प्रहरी, पहरा देते सीमा पर। तज मोह अपनी माता का, होते कुर्बान भारत...

शनिवार

बाल विवाह

बाल विवाह
बालविवाह कृष्णपक्ष की अंधेरी रात थी दूर-दूर तक सन्नाटा पसरा हुआ था, कहीं-कहीं खेतों में खड़े पेड़ हवा के झोंके से झूमते हुए दानव की भाँति डरावने लग रहे थे, ऐसी अंधेरी रात में दो साये खेतों की मेड़ों पर इधर-उधर फिसलते लड़खड़ाते हुए आगे बढ़ रहे थे। उनमें से एक के हाथ में पोटली...