मोदी जी आप कैसे सोते हो
वैसे तो जीवन के हर पल
देश के नाम ही होते हैं
फिरभी शत्रु आपके हर पल
नई साजिशें रचते हैं
देशभक्ति का चोला ओढ़े
शत्रु की सरपरस्ती करते हैं
हर दिन हर घड़ी आप
चक्रव्यूह में घिरे होते हैं
हे भारती तुम कैसे सोते हो..
जितना अधिक आप स्वयं को
देश हित में...
मोदी जी आप कैसे सोते हैं...

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कविता