ईमानदारी की बातें
सुकून भरी रातें
मानवता की सौगातें
ढूँढ़ते रह जाओगे
गिरते हुए दाम
दफ्तरों में काम
जगत् गुरु का नाम
ढूँढ़ते रह जाओगे
सस्ती शिक्षा
मुफ्त में गुरु की दीक्षा
निस्वार्थ समीक्षा
ढूँढ़ते रह जाओगे
नेताओं में देशभक्ति
लेखकों की लेखनी की शक्ति
साधु-संतों में ईश भक्ति
ढूँढ़ते रह जाओगे
स्कूलों में पढ़ाई
बस अड्डों पर सफाई
ईमानदारी की कमाई
ढूँढ़ते रह जाओगे
बड़ों का सम्मान
अपनी मातृभाषा पर अभिमान
गरीबों को दान
ढूँढ़ते रह जाओगे
परोपकार की साधना
इंसानियत की भावना
दूसरों के दुखों को बाँटना
ढूँढ़ते रह जाओगे
भारतीय संस्कृति का मान
हिन्दी की शान
देशभक्ति का दिल से गान
ढूँढ़ते रह जाओगे
जनता का निस्वार्थ वोट
नेता बिन खोट
बुराई पर अच्छाई की चोट
ढूँढ़ते रह जाओगे
कर्णप्रिय संगीत
भाव प्रधान गीत
गरीबों का सच्चा मीत
ढूँढ़ते रह जाओगे
साभार......मालती मिश्रा
वाह ! क्या बात है। बहुत खूब।
जवाब देंहटाएंवाह ! क्या बात है। बहुत खूब।
जवाब देंहटाएंबढ़िया
जवाब देंहटाएंब्लॉग पर आने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद
जवाब देंहटाएंब्लॉग पर आने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद
जवाब देंहटाएं