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बुधवार
रविवार
चाँद का सफर
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Malti Mishra
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चंदा तू क्यों भटक रहा
अकेला इस नीरव अंधियारे में
क्या चाँदनी है तूझसे रूठ गई
तू ढूँढ़े उसे जग के गलियारे में
तुझ संग तेरे संगी साथी हैं तारे
जो तुझ संग फिरते मारे-मारे
मैं अकेली संगी न साथी
ढूँढ़ू खुद को बिन दिया बाती
उस जग में खुद को खो चुकी...
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Malti Mishra
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कहा जाता है "यत्र नार्यस्य पूज्यंते रमन्ते तत्र देवता" अर्थात् जहाँ नारी पूजी जाती है वहाँ देवताओं का वास होता है। हमारे देश में तो नारी को देवी का दर्जा दिया जाता था, जी हाँ मैं 'था' कहूँगी क्योंकि अब नहीं दिया जाता। अब तो नारियों को गाली दी जाती है और इस कुकृत्य में...
शनिवार
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Malti Mishra
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लोकतंत्र को रोपित करने के लिए
संग्रहित किए तुमने बीज,
कुछ बीज आ गए महत्वाकांक्षा के
कुछ स्वार्थ, देशद्रोह के उनके बीच।
धरने और आंदोलन के
खाद से पोषित कर किया बलिष्ठ,
जनमत के पानी से उसको
सींच कर बना दिया विशिष्ट।
लोकतंत्र और देशभक्ति के
नाम...
गुरुवार
'सेक्युलर' एक राजनीतिक शब्द
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Malti Mishra
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आजकल समाज, देश और मुख्यतः मीडिया में 'सेक्युलर' शब्द बहुत प्रचलित है। कोई इस शब्द के प्रयोग में अपनी शान समझते हैं तो कुछ लोग इस शब्द को गाली की तरह भी प्रयोग करते हैं। लोग समझते हैं कि यदि वह अपने आप को सेक्युलर यानी धर्म-निरपेक्ष दर्शाएँगे तो समाज में उनका सम्मान बढ़...
बुधवार
बेटी
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Malti Mishra
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बेटी को पराया कहने वालों
प्रकृति की अनुपम कृति यह प्यारी है,
जिस खुदा ने फूँके प्राण हैं तुमने
उसने यह अनमोल छवि सँवारी है।
नर को केवल तन दिया है पर
नारी में अपनी कला उतारी है,
तन-मन की कोमल यह कान्ता
भावों की अति बलशाली है।
जान सके इसके अन्तर्मन को
ऐसा न कोई...