शनिवार

अंधभक्ति

अंधभक्ति
हमारा देश महाशक्ति होने का दावा करता है..किस आधार पर? जहाँ एक बाबा के अंध भक्तों की गुंडागर्दी नहीं रोकी जा सकी! आखिर इन बाबाओं को इतना शक्तिशाली बनाता कौन है? हमारे आपके बीच से ही आम लोग जो अज्ञानता वश ढोंगी गुरुओं में ही भगवान होने का भ्रम पाल लेते हैं और फिर आँखें मूंद...

मंगलवार

जिस देश की धरती शस्य-श्यामला हृदय बहे गंग रसधार जिसके सिर पर मुकुट हिमालय सागर रहा है पैर पखार स्वर्ग बसा जिसकी धरा पर सुरासुर करते जिसका यश गान जिस धरा पर पाकर जन्म हुए आर्यभट्ट चाणक्य महान उस देश को न झुकने देंगे उस देश को न मिटने देंगे प्रणों की आहुति...

रविवार

गरिमामयी पद के गरिमाहीन पदाधिकारी

गरिमामयी पद के गरिमाहीन पदाधिकारी
 देश के दूसरे सर्वोच्च पद पर आसीन पदाधिकारी उप-राष्ट्रपति मो० हामिद अंसारी ने पद छोड़ते समय जो कुछ भी कहा नि:संदेह उससे राष्टृवादी लोगों के हृदय को ठेस लगी होगी। उन्होंने अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर फिर ऐसा बयान दिया जो उनके पद की गरिमा को धूमिल करता है। उनके कथनानुसार...

शनिवार

बहुत याद आता है गुजरा जमाना

बहुत याद आता है गुजरा जमाना
बहुत याद आता है गुजरा जमाना वो अल्हड़ औ नटखट सी बचपन की सखियाँ वो गुड्डा और गुड़िया की शादी की बतियाँ वो पलभर में झगड़ना रूठना और मनाना बहुत याद आता है गुजरा जमाना....... वो गाँव की चौड़ी कहीं सँकरी सी गलियाँ  वो गलियों में छिप-छिप के सबको चिढ़ाना वो दादा जी का...

गुरुवार

आशा की किरन

आशा की किरन
इक आशा की किरण पाने को अंधकार में भटक रही है, आँखों में उदासी के बादल मसि बन अश्रु बिखर रही है। शब्द-शब्द में पीर बह रही  खामोशियाँ चीत्कार कर रहीं  पीड़ा किसी को दिखा न सके जो  वो शब्दों में हाहाकार कर रही। जुबाँ खामोशी की चादर ओढ़े अधरों पर निःशब्दता...