सोमवार

मैं...मैं हूँ

मैं...मैं हूँ
 मैं..मैं हूँ...मैं आज की नारी हूँसक्षम और सशक्त हूँशिक्षित और जागृत हूँसंकल्पशील आवृत्ति हूँनारी की सीमाओं सेमान और मर्यादाओं सेपूर्ण रूर्पेण परिचित हूँपरंपरा की वाहक हूँसंस्कृति की साधक हूँघर-बाहर की दायित्वों कीअघोषित संचालक हूँपढ़ी-लिखी परिपूर्ण हूँस्वयं में संपूर्ण...

शनिवार

जयचंदों को आज बता दो

जयचंदों को आज बता दो
व्यथित हृदय मेरा होता थादेख के बार-बार,राष्ट्रवाद को जब जहाँ मैं पाती थी लाचार।संविधान ने हमें दिया हैचयन हेतु अधिकार,राष्ट्रहित के लिए बता दोकिसकी हो सरकार।लालच की विष बेल बो रहेकरके खस्ता हाल,जयचंदों को आज बता दोनहीं गलेगी दाल।चयन हमारा ऐसा जिससेबढ़े देश का मान,विश्वगुरु...

सोमवार

भारत की मौजूदा स्थिति

भारत की मौजूदा स्थिति
 भारत की मौजूदा स्थितियह विषय अत्यंत वृहद् और विचारणीय है। यदि अतीत में भारत की स्थिति देखें तो यह बेहद संपन्न, प्रतिभाशाली और प्रभावशाली रहा है। शैक्षिक और वैज्ञानिक दृष्टि से भी अग्रणी भूमिका का निर्वहन किया, किन्तु सदियों से धार्मिक, आर्थिक, शैक्षणिक और वैचारिक...

बुधवार

पढ़ेगा तभी तो बढ़ेगा इंडिया

पढ़ेगा तभी तो बढ़ेगा इंडिया
 पढ़ेगा तभी तो बढ़ेगा इंडियाभगवान के नाम पर कुछ दे दो भाई, हम बहुत मजबूर हैं, जवान बिटिया है उसकी शादी के लिए कुछ नहीं है, कुछ मदद कर दो बाबा, ओ बहन कुछ दे दो पुण्य मिलेगा, तुम्हें भगवान बहुत देगा, ओ माता दस-बीस रुपया, कपड़ा या अनाज दे दो थोड़ी मदद हो जाएगी.... गली...

सोमवार

बचपन की राखी

बचपन की राखी
रंग बिरंगे धागों से सजी राखी मन को अब भी लुभाती है सच में! वो बचपन की राखी बहुत याद आती है वो भाई संग लड़ना-झगड़ना, राखी नहीं बाधूँगी ऐसी धमकी देना और रंग-बिरंगी राखियों से सजे बाजार देखकर मन ही मन खुश हो जाना भाइयों के लिए सबसे अच्छी राखी चुनना और उसे खरीदने के लिए गुल्लक...