बुधवार
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घिरने लगा तिमिर गया सूर्य लुप्त हुई किरणें अंबर गोद समाया मातु क्षितिज ले रही बलाए… Read More
माँ बिन मायका माँ बिन मायका वही बरामदा है और बरामदे में बिछा हुआ तख्त भी वही है, … Read More
रचना बहुत सुन्दर लगी, दिल दिमाग झंकृत कर दिया.
जवाब देंहटाएंरचना बहुत सुन्दर लगी, दिल दिमाग झंकृत कर दिया.
जवाब देंहटाएंसत्यकाम गुप्ता जी बहुत-बहुत आभार
हटाएंसत्यकाम गुप्ता जी बहुत-बहुत आभार
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