शुक्रवार

मैं देश के लिए जिया


जिया मैं देश के लिए
मरा मैं देश के लिए
उठा मैं देश के लिए
गिरा मैं देश के लिए

जला मैं देश के लिए
बुझा मैं देश के लिए
ये जन्म देश के लिए
हो मृत्यु देश के लिए

चला मैं देश के लिए
रुका मैं देश के लिए
मैं भक्त देश के लिए
आसक्त देश के लिए

मालती मिश्रा 'मयंती'

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