शनिवार

लहरा के तिरंगा भारत का

लहरा के तिरंगा भारत का
लहरा के तिरंगा भारत का हम आज यही जयगान करें, यह मातृभूमि गौरव अपना फिर क्यों न इसका मान करें। सिर मुकुट हिमालय है इसके सागर है चरण पखार रहा गंगा की पावन धारा में हर मानव मोक्ष निहार रहा, यह आन-बान और शान हमारी इससे ही पहचान मिली फिर ले हाथों में राष्ट्रध्वजा हम क्यों...

गुरुवार

नाम नहीं अभिव्यक्ति का

नाम नहीं अभिव्यक्ति का
सीमा में रह व्यवहार करे काम यही है व्यक्ति का अपनी माँ का अपमान करना नाम नहीं अभिव्यक्ति का जिस धरती पर जन्म लिया प्राणवायु पा युवा हुए उसपर ही हथियार उठाना काम नहीं यह शक्ति का जिस माँ ने जन्म दिया तुमको उसकी कोख विदीर्ण किया कहाँ छिपोगे जाकर तुम कोई मार्ग बचा न मुक्ति...

शनिवार

मोती

मोती
मोती कुछ बड़ों को चाहे न हो पर बच्चों को पालतू जानवरों से बड़ा प्यार होता है, वो इंसान के बच्चे खिलाना उतना पसंद नहीं करते जितना कि कुत्ते-बिल्ली के बच्चों को खिलाना पसंद करते हैं। शायद यही वजह है कि आजकल बाजार में जानवरों के रूप-रंग के असली जैसे दिखाई देने वाले खिलौनों...

शुक्रवार

'इंतजार' की समीक्षा

इंतजार अतीत के पन्नों से कहानीकार मालती मिश्रा समीक्षक डॉ ज्योत्सना सिंह समदर्शी प्रकाशन संस्करण (प्रथम) जून 2018 कहानी गद्य की अति महत्वपूर्ण विधा है,कहानी को सुनने और सुनाने की परंपरा बहुत प्राचीन है। हमारे देश में कहानियों की बहुत समृद्ध परंपरा रही है। वेदों,...

मंगलवार

वो खाली बेंच

वो खाली बेंच
आज फिर वैसा ही मौसम वैसी ही बर्फबारी हो रही है वही बेंच है.... जहाँ आखिरी बार तुम मेरे साथ बैठी थीं और फिर मुझे अकेला ऐसी ही बर्फबारी में बैठा छोड़ कर गई थीं, देखो आज फिर वैसा ही मौसम है.... और... और वही मैं हूँ, हाँ थोड़ा सा बदल गया हूँ...चेहरे पर झुर्रियों ने अपनी बादशाहत...

शनिवार

विश्व पुस्तक मेला २०१९

विश्व पुस्तक मेला २०१९
*विश्व पुस्तक मेला २०१९* प्रगति मैदान नई दिल्ली में प्रत्येक वर्ष विश्व पुस्तक मेला का वृहद् आयोजन किया जाता है, यह मेला राष्ट्रीय पुस्तक न्यास (एन.बी.टी.) अर्थात् नेशनल बुक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है। पिछले 41 वर्षों से इस मेले का आयोजन होता आ रहा है। इस वर्ष (2019)...

गुरुवार

प्रश्न

प्रश्न
हम अंग्रेजी त्योहार मनाते भी हैं उनका महिमामंडन भी करते हैं तब कभी कोई यह प्रश्न नहीं करता कि क्या हमें अपनी सभ्यता और संस्कृति का भी ध्यान रखते हुए उन्हें नहीं मनाना चाहिए, हमारी संस्कृति की विशेषता यही है कि हम बाह्य मान्यताओं को भी खुले दिल से स्वीकार करते हैं और हर...

बुधवार

हिन्दू नववर्ष का महत्व

हिन्दू नववर्ष का महत्व
हिन्दू नववर्ष का महत्व आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में फुरसत के ऐसे पलों की तलाश रहती है कि हम अपनों के संग मिलकर हर्षोल्लास से चिंतामुक्त होकर खुशियाँ मना सकें और इसीलिए जो भी मौका दिखता है लपक लेते हैं। यह आंग्ल नववर्ष भी ऐसा ही एक अवसर है इसे मनाते हुए हम भूल जाते हैं...

मंगलवार

नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ

नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ
2018 की विदाई.. करो विदाई की तैयारी जाने वाले साल का, कुछ पूरे कुछ अधूरे ख्वाबों की सौगात का। अब तो बीता साल बस यादों में रह जाएगा, क्योंकि गया पुराना साल अब ना आएगा।। 2019 का स्वागत.. जी भरके सत्कार करो सब आने वाले साल का, आओ मिलकर कसमें खाएँ देश के सुंदर हाल का नई...