मुक्तक
कहीं पर शंख बजते है, कहीं आजान होते हैं।
मंदिर मस्जिद गुरुद्वारे यहाँ की शान होते हैं।।
जहाँ नदियों का संगम भी प्रेम संदेश देता है।
धर्म के नाम पर झगड़े,क्यों सुबहोशाम होते हैं।।
वही धरती वही अंबर, खेत खलिहान होते हैं।
वही झोंके पवन के हैं, जो सबको प्राण देते हैं।।
वर्षा...
मुक्तक
