गुरुवार

राम नाम के वृक्ष


राम नाम के आजकल वृक्ष उगाए जाते हैं 
जिनकी छाँव तले असला-बारूद जुटाए जाते हैं
नेहरू जी के नाम पर जवाहर बाग लगाए जाते हैं
जिनको आतताइयों के ठिकाने बनाए जाते हैं
कैसा युग है अातंकी की सजा अपराध बताए जाते हैं
मेहनतकश और देशभक्तों के पुतले जलाए जाते हैं
देश विरोधी आवाजों को बुलंदी पर चढ़ाए जाते हैं
स्वतंत्रता के अमर शहीद आतंकी बताए जाते हैं
अपना स्वार्थ साधने को किसान मोहरे बनाए जाते हैं
चढ़ा कर बलि उन्हीं मोहरों को धरने करवाए जाते हैं

मालती मिश्रा 


0 Comments:

Thanks For Visit Here.