रविवार

नमन करो उस धीरव्रती को

जिसका पूरा विश्व आज बना दीवाना
      उस लोकप्रिय जनमानस प्रिय पर
            देश के शत्रु साधते निशाना

चलता जिसके पीछे इक युग
       जिसने रचा इतिहास नया
              उसके कथ्य अकथ्य भाव का
                     लोहा सबने माना
                           ऐसे युगदृष्टा महाविभूति पर
                                  कायरता कसती ताना

वह सुप्तप्राण में नवजीवन लाया
     उसने सोया हिंदुस्तान जगाया
          उस आत्मबली और महाबली का
               सब तकते आन-जाना
                     उस महाधीर और कर्मवीर पर
                          सत्य के शत्रु साधते निशाना

लख-लख नमन उस धीरव्रती को
     राष्ट्रोत्थान को जिसने ध्येय बनाया
           जिसने मुरझाए प्रसून खिलाकर
                 सौरभ का भरा खजाना
                      ऐसे महारथी और सत्यपथी पर
                            रिपु सेना साधे निशाना

एक सिंह से टकराने को
      गीदड़ रचते हैं फौज नई
           नहीं चाल में नयापन कुछ भी
                 यह पुराना है ताना-बाना
                      शेर पर काबू कर पाने को
                            सभी गीदड़ बुनते जाल पुराना

ऐसे धीरव्रती और महारथी पर
      अमन के शत्रु साधते निशाना 

मालती मिश्रा 

3 टिप्‍पणियां:

  1. वाह्ह्ह् दी क्या बात यूपी बीमार में तो जानी दुश्मनों ने हाथ मिला लिए
    अपना वजूद बचाने को

    जवाब देंहटाएं
  2. हाँ भाई ये लोग यही तो करते हैं पहले बिहार अब यू पी।
    क्या आप अपना नाम बताने का कष्ट करेंगे?

    जवाब देंहटाएं
  3. हाँ भाई ये लोग यही तो करते हैं पहले बिहार अब यू पी।
    क्या आप अपना नाम बताने का कष्ट करेंगे?

    जवाब देंहटाएं

Thanks For Visit Here.