ईमानदार व्यक्ति से सभी डरा करते हैं,
इसीलिए उससे भरसक दूर ही रहा करते हैं।
पर मैंने सोचा जब इसे थोड़ी गहराई से,
तो पाया कि लोग व्यक्ति से नही...
ईमानदारी से डरा करते हैं।
या फिर स्व अंतस में रखा है जिसका गला घोंट,
उस आत्मा के ईमान से नजरें चुराया करते हैं।
सामने पाकर किसी ईमानदार को,
अपने भीतर के ईमान से डरा करते हैं।
पर विचलित है मन ये सोच-सोच कर,
कि इतनी शक्ति है जब ईमानदारी में..
तो लोग क्यों फिर बेईमान हुआ करते हैं?
इसीलिए उससे भरसक दूर ही रहा करते हैं।
पर मैंने सोचा जब इसे थोड़ी गहराई से,
तो पाया कि लोग व्यक्ति से नही...
ईमानदारी से डरा करते हैं।
या फिर स्व अंतस में रखा है जिसका गला घोंट,
उस आत्मा के ईमान से नजरें चुराया करते हैं।
सामने पाकर किसी ईमानदार को,
अपने भीतर के ईमान से डरा करते हैं।
पर विचलित है मन ये सोच-सोच कर,
कि इतनी शक्ति है जब ईमानदारी में..
तो लोग क्यों फिर बेईमान हुआ करते हैं?
मालती मिश्रा
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